100 V के बराबर अधिकतम मान वाले AC वोल्टेज को एकल-चरण वाले पूर्ण र

100 V के बराबर अधिकतम मान वाले AC वोल्टेज को एकल-चरण वाले पूर्ण र
| 100 V के बराबर अधिकतम मान वाले AC वोल्टेज को एकल-चरण वाले पूर्ण रूप से नियंत्रित ब्रिज परिपथ में लागू किया जाता है। तो प्रयोग किये गए प्रत्येक SCR की अधिकतम व्युत्क्रम वोल्टेज रेटिंग _____________होगी। 

A. 141.4 V

B. 200 V

C. 70.7 V

D. 100 V

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Right Answer is: D

SOLUTION

संकल्पना:

एकल-चरण वाला पूर्ण रूप से नियंत्रित ब्रिज परिपथ:

  • ब्रिज दिष्टकाई परिपथ चार SCR, T1, T2, T3, T4 और भार प्रतिरोधक RL का बना होता है। 
  • चार SCR प्रत्यावर्ती धारा (AC) को दिष्ट धारा (DC) में प्रभावी रूप से परिवर्तित करने के लिए एक बंद-लूप वाले विन्यास में संयोजित किया जाता है। 
  • इनपुट चिन्ह को टर्मिनल A और B पर लागू किया जाता है और आउटपुट DC सिग्नल टर्मिनल C और D पर संयोजित भार प्रतिरोधक RL से प्राप्त होता है। 
  • चार SCR इस प्रकार व्यवस्थित होते हैं जिससे केवल दो SCR प्रत्येक अर्ध चक्र के दौरान विद्युतीय रूप से संचालित होते हैं। 
  • SCR T1 और T3 ऐसे युग्म होते हैं जो धनात्मक अर्ध चक्र के दौरान विद्युत धारा संचालित करते हैं। 
  • उसीप्रकार, SCR T2 और T4 ऋणात्मक अर्ध चक्र के दौरान विद्युत धारा संचालित करते हैं। 
  • धनात्मक अर्ध चक्र के दौरान SCR T1 और T3 अग्र अभिनत बन जाते हैं जबकि SCR T2 और T4 विपरीत अभिनत बन जाते हैं। 
  • ऋणात्मक अर्ध-चक्र के दौरान SCR T2 और T4 अग्र अभिनत बन जाते हैं जबकि SCR T1 और T3 विपरीत अभिनत बन जाते हैं। 
  • भार प्रतिरोधक RL के माध्यम से प्रवाहित होने वाली धारा धनात्मक अर्ध-चक्र और ऋणात्मक अर्ध चक्र के दौरान समान होती है। 
  • आउटपुट DC सिग्नल ध्रुवीयता या तो पूर्ण रूप से धनात्मक और ऋणात्मक हो सकती है। 
  • ब्रिज दिष्टकारी इनपुट AC सिग्नल के धनात्मक और ऋणात्मक दोनों अर्ध चक्रों के दौरान विद्युत धारा की अनुमति प्रदान करते हैं। 
  • अधिकतम व्युत्क्रम वोल्टेज वह अधिकतम वोल्टेज होता है जिसका सामना SCR विपरीत अभिनत स्थिति में कर सकता है। 
  • धनात्मक अर्ध चक्र के दौरान SCR T1 और T3 संचालित होते हैं। 
  • उसीप्रकार, ऋणात्मक अर्ध चक्र के दौरान SCR T2 और T3 संवाही अवस्था में होते हैं जबकि SCR T1 और T3 गैर-संवाही अवधि में होते हैं। 

गणना:

दिया गया है कि

Vm = 100 V (AC सिग्नल)

ब्रिज दिष्टकारी की PIV =  SCR T1 और T3 की PIV = Vm = 100 V

उसीप्रकार, SCR T2 और T2 की PIV, Vm = 100 V है। 

अर्थात् प्रत्येक SCR T1, T2, T3, T4 की PIV, Vm = 100 V है।